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YSR Telangana Party : 4 जनवरी 2024 को YSR तेलंगाना पार्टी का कांग्रेस पार्टी में विलय। क्या है इसके मायने ?

YSR Telangana Party

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YSR Telangana Party : लोकशाभा चुनाव 2024 नजदीक है ऐसे में सभी राजनीतिक दल अपने अपने गुणा गणित में लगे हुए है। कांग्रेस पार्टी के लिए एक खुशखबरी आयी जब वाईएसआर तेलंगाना पार्टी की संस्थापक वाईएस शर्मिला दिल्ली में मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल हुईं।

YSR Telangana Party

YSR Telangana Party स्थापना आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वाई.एस. राजशेखर रेड्डी की बेटी वाई.एस. शर्मिला ने 8 जुलाई 2021 को हैदराबाद में की थी।वाईएसआरटीपी का गठन शर्मिला और उनके भाई वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी के बीच हितों के टकराव के कारण हुआ था। वाईएसआरटीपी का नेतृत्व पार्टी के अध्यक्ष के रूप में इसके संस्थापक द्वारा किया जाता है।

पार्टी का मुख्यालय बंजारा हिल्स, हैदराबाद में स्थित है। वाईएसआर तेलंगाना पार्टी (वाईएसआरटीपी) तेलंगाना राज्य में एक गैर-मान्यता प्राप्त भारतीय क्षेत्रीय राजनीतिक दल है। जिसका राज्य या संसद में कोई निर्वाचित प्रतिनिधि नहीं है।

YSR Telangana Party की संस्थापक ने क्या कहा

वाईएसआर तेलंगाना पार्टी की संस्थापक वाईएस शर्मिला दिल्ली में पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल हुईं। उन्होंने अपनी पार्टी के कांग्रेस में विलय की भी घोषणा की और कहा कि उन्हें जो भी जिम्मेदारी दी जाएगी, वह उसे निभाएंगी।

राष्ट्रीय राजधानी में एआईसीसी मुख्यालय में पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों को संबोधित करते हुए शर्मिला ने राजनीतिक ताकतों के एकजुट होने पर खुशी व्यक्त की।

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आज वाईएसआर तेलंगाना पार्टी का कांग्रेस पार्टी में विलय करते हुए मुझे बहुत खुशी हो रही है। उन्होंने कहा, ”मुझे बेहद खुशी है कि वाईएसआर तेलंगाना पार्टी आज से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का हिस्सा बनने जा रही है।”

उन्होंने कहा, “राहुल गांधी को हमारे देश के प्रधानमंत्री के रूप में देखना मेरे पिता का सपना था और मुझे बहुत खुशी है कि मैं इसे साकार करने में हिस्सा लेने जा रही हूं।”

क्या है विलय के मायने

इस विलय को एक रणनीतिक कदम के रूप में देखा जा रहा है जिसका उद्देश्य तेलंगाना में कांग्रेस पार्टी को मजबूत करना और आगामी राज्य चुनावों से पहले एक संयुक्त मोर्चा बनाना है। हाल ही में तेलंगाना में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान वाईएस शर्मिला ने लगातार कांग्रेस पार्टी को अपना समर्थन दिया था.

वाईएस शर्मिला ने कहा था कि

मैं कांग्रेस पार्टी को समर्थन दे रहा हूं क्योंकि कांग्रेस पार्टी के पास तेलंगाना विधानसभा चुनाव में जीतने की संभावना है। केसीआर ने अपने 9 साल के कार्यकाल में जनता से किया कोई भी वादा पूरा नहीं किया और यही एकमात्र कारण है कि मैं नहीं चाहती हूँ कि केसीआर सत्ता में आये।मैं, वाईएसआर की बेटी के रूप में कांग्रेस के लिए जोखिम उठा रही हूं, क्योंकि मैं कांग्रेस के वोट बैंक को खींचने की कोशिश करती हूं,”

उन्होंने तेलंगाना विधानसभा चुनाव से पहले दिए एक बयान में कहा, जिसे अंततः कांग्रेस ने जीत लिया। तेलंगाना में कांग्रेस पार्टी ने बहुमत के साथ सरकार बनायीं।

इस तरह कांग्रेस पार्टी में YSR Telangana Party के विलय से कांग्रेस पार्टी को तेलंगाना के साथ साथ आंध्र प्रदेश में भी मजबूती मिलेगी । लोकसभा चुनाव का देखते हुए नया साल कांग्रेस पार्टी के लिए एक खुशखबरी लेकर आया ।

उन्होंने कहा, “कांग्रेस पार्टी अभी भी हमारे देश की सबसे बड़ी धर्मनिरपेक्ष पार्टी है और इसने हमेशा भारत की सच्ची संस्कृति को बरकरार रखा है और हमारे राष्ट्र की नींव तैयार की है…।”
इससे पहले, हाल ही में संपन्न तेलंगाना विधानसभा चुनावों में वाईएसआरटीपी की नेता ने लगातार कांग्रेस पार्टी को अपना समर्थन दिया था। उन्होंने स्पष्ट किया कि उन्होंने चुनाव नहीं लड़ा क्योंकि इससे वोट बिखर जाते। YSR Telangana Party का कांग्रेस पार्टी के साथ विलय तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में पार्टी को और अधिक मजबूत बनाएगी।

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